आरती सरस्वती जी: ओइम् जय वीणे वाली (Saraswati Om Jai Veene Wali)
ओइम् जय वीणे वाली,मैया जय वीणे वालीऋद्धि-सिद्धि की रहती,हाथ तेरे तालीऋषि मुनियों की बुद्धि को,शुद्ध तू ही करतीस्वर्ण की भाँति शुद्ध,तू ही माँ करती॥ 1 ॥ ज्ञान पिता को...