आरती: श्री रामचन्द्र जी (Shri Ramchandra Ji 2)

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती। आरती कीजै रामचन्द्र जी की।हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥...

आरती: श्री रामायण जी (Shri Ramayan Ji)

आरती श्री रामायण जी की ।कीरति कलित ललित सिय पी की ॥ गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥॥...

त्रिमूर्तिधाम: श्री हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti Trimurtidham)

जय हनुमत बाबा,जय जय हनुमत बाबा ।रामदूत बलवन्ता,रामदूत बलवन्ता,सब जन मन भावा ।जय जय हनुमत बाबा । अंजनी गर्भ सम्भूता,पवन वेगधारी,बाबा पवन वेगधारी ।लंकिनी गर्व निहन्ता,लंकिनी गर्व निहन्ता,अनुपम बलधारी...

गुरुदेव आरती – श्री नंगली निवासी सतगुरु (Guru Aarti – Shri Nangli Niwasi Satguru)

आरती श्री गुरुदेव जी की गाऊँ ।बार-बार चरणन सिर नाऊँ ॥ त्रिभुवन महिमा गुरु जी की भारी ।ब्रह्मा विष्णु जपे त्रिपुरारी ॥ राम कृष्ण भी बने पुजारी ।आशीर्वाद में...

शिव आरती – ॐ जय गंगाधर (Shiv Aarti – Om Jai Gangadhar)

ॐ जय गंगाधर जय हर,जय गिरिजाधीशा ।त्वं मां पालय नित्यं,कृपया जगदीशा ॥ॐ हर हर हर महादेव ॥ कैलासे गिरिशिखरे,कल्पद्रुमविपिने ।गुंजति मधुकरपुंजे,कुंजवने गहने ॥ॐ हर हर हर महादेव ॥ कोकिलकूजित...

श्री गायत्री माता की आरती (Gayatri Mata Ki Aarti)

जयति जय गायत्री माता,जयति जय गायत्री माता ।सत् मारग पर हमें चलाओ,जो है सुखदाता ॥॥ जयति जय गायत्री माता..॥ आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जगपालक क‌र्त्री ।दु:ख शोक, भय,...